<no title>*कोरोना से जंग:* *राव मुशर्रफ कोरोना यौद्धा बन दो बार कर चुके हैं प्लाज़मा

 


*कोरोना से जंग:*
*राव मुशर्रफ कोरोना यौद्धा बन दो बार कर चुके हैं प्लाज़मा दान*
*-दिल्ली सरकार ने गौरव पत्र देकर किया है सम्मानित*
*देवबंद।* दिल्ली स्थित तबलीगी जमात के मरकज हजरत निजामुद्दीन से मिले जिन जमातियों पर देश में तेजी के साथ कोरोना फेलाने का इलजाम लगा था आज वही जमाती कोरोना यौद्धा बनकर सामने आ रहे हैं। इन्हीं यौद्धाओं में शामिल हैं देवबंद के राव मुशर्रफ अली जो कोरोना को हराने के लिए अब तक दो बार अपना प्लाजमा दान कर चुके हैं। इसके लिए उन्हें दिल्ली सरकार की ओर से गौरव पत्र भी दिया गया है।
वैश्विक माहमारी बन चुके कोरोना वायरस से लोगों की जान बचाने के लिए देश में प्लाजमा थेरेपी को आज़माया जा रहा है। और यह प्लाजमा उन्हीें लोगों से लिया जाता है जिनका शरीर कोरोना को पहले हरा चुका हो। ऐसे में प्लाजमा डोनेट करने के लिए सबसे पहले उन्हीं लोगों का नाम सामने आया जिनके सिर पर देश में कोरोना विस्फोट करने के इलजाम लगे थे यानि दिल्ली स्थित तबलीगी जमात के मरकज से मिले जमाती। अब यही जमाती कोरोना से लड़ाई में यौद्धा बनकर सामने आ रहे हैं। इन्हीं यौद्धाओं में शामिल हैं देवबंद के गांव बनहेड़ा निवासी राव मुशर्रफ अली जो अब तक कोरोना से लोगांे की जान बचाने के लिए दो बार अपना प्लाजमा दान कर चुके हैं। जिसके लिए उन्हें दिल्ली सरकार की ओर से गौरव पत्र भी मिल चुका है। राव मुशर्रफ ने फोन पर बात करते हुए बताया कि 31 मार्च को उन्हें अन्य जमातियों के साथ मरकज से लाकर क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था। उनकी पहली रिपोर्ट कोरोना पाॅजीटिव आई थी, जिसके बाद उनकी दो रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी हैं। अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं, और दो-तीन दिन के भीतर ही उन्हें वापस भेज दिया जाएगा।


जमातियों के साथ सौतेले व्यवहार की खबरें कोरी अफवाह
देवबंद। पिछले 35 दिनों से दिल्ली के नरेला स्थित क्वारंटीन सेंटर में भर्ती राव मुशर्रफ अली ने जमातियों के साथ हो रहे सौतेले व्यवहार की बातों को भी सिरे से खारिज किया है। मुशर्रफ अली ने बताया कि यहां पर उनके अलावा करीब 1600 जमाती क्वारंटीन है। यहां पर खाने पीने से लेकर सभी व्यवस्था सुदृढ़। अधिकारियों से लेकर चिकित्सक, पुलिस व सफाई कर्मी पूरी निष्ठा और सेवा भाव के साथ काम कर रहे हैं।