<no title>" विश्व स्वास्थ्य दिवस पर करोना संदेश ऑनलाइन प्रतियोगिता " सैंट हुड कान्वेंट स्कूल की शिक्षिका एवं एक्टिविटी

" विश्व स्वास्थ्य दिवस पर करोना संदेश ऑनलाइन प्रतियोगिता " सैंट हुड कान्वेंट स्कूल की शिक्षिका एवं एक्टिविटी इंचार्ज हेमलता शिशौदिया ने विद्यार्थियों को ऑनलाइन के जरिए विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर पोस्टर के माध्यम से कोरोनावायरस के प्रति पोस्टर के माध्यम जागरूकता कार्यक्रम से जोड़ने का प्रयास किया ताकि उनके साथ जुड़ने वाला हर विद्यार्थी अपने अंदर कोरोनावायरस से निपटने की क्षमता उत्पन्न कर सके । जिसमें सैंट हुड कान्वेंट स्कूल की प्रधानाचार्या आशा शर्मा जी ने बच्चों को ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से कोरोना जैसी महामारी से निपटने के उपाय समझाए ।उन्होंने  विद्यार्थियों को बताया प्रत्येक वर्ष 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की शुरुआत 1950 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा की गई थी और इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक स्वास्थ्य और उससे जुड़ी समस्याओं पर विचार करना है। हमारी तो सदियों से धारणा रही है कि 'पहला सुख निरोगी काया, दूजा सुख घर में हो माया' तथा 'जान है तो जहान है'। स्वास्थ्य के महत्व की ओर बड़ी संख्या में लोगों का ध्यान आकृष्ट करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के नेतृत्व में हर वर्ष 7 अप्रैल को 'विश्व स्वास्थ्य दिवस' मनाया जाता है। गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा जेनेवा में वर्ष 1948 में पहली बार विश्व स्वास्थ्य सभा रखी गई और विश्व स्वास्थ्य दिवस वर्ष 1950 में पूरे विश्व में पहली बार मनाया गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का मुख्यालय स्विटजरलैंड के जेनेवा शहर में स्थित है। इसका मुख्य उद्देश्य विश्व भर के लोगों के स्वास्थ्य का स्तर ऊंचा रखना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी स्थापना काल से अबतक स्मॉल चिकेन पॉक्स जैसी बीमारी को खत्म करने में बड़ी जिम्मेदारी निभाई है। भारत सरकार ने भी पोलियो जैसी महामारी को खत्म किया गया है। फिलहाल डब्ल्यूएचओ टीबी, एचआईवी, एड्स और इबोला जैसी जानलेवा बीमारियों की रोकथाम के लिए काम कर रहा है और वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण करने के लिए कई देशों की सरकारों के साथ मिलकर विश्व स्वास्थ्य संगठन काम कर रहा है।  आज विश्व के करीब 200 से ज्यादा देश कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं और ऐसे समय में सात अप्रैल को मनाया जाने वाले विश्व स्वास्थ्य दिवस का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। आज दुनियाभर के स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की सेवा में और उनकी जान बचाने में लगे हैं। आज हम सभी को यह संकल्प लेना होगा कि हम उन लोगों के प्रति आभार व्यक्त करें जो कोरोना जैसी महामारी के लिए अपने प्राण दाव पर लगाकर लोगों को सेवाएं और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं ।
हेमलता शिशौदिया
( शिक्षिका एवं समाज सेविका )