<no title>"प्रकृति संरक्षण के संकल्प के साथ विश्व धरोहर दिवस मनाया गया"      

"प्रकृति संरक्षण के संकल्प के साथ विश्व धरोहर दिवस मनाया गया"    
गौतमबुद्ध नगर : आज विश्व धरोहर दिवस है जिसे हम विश्व विरासत दिवस के रूप में प्रतिवर्ष 18 अप्रैल को मनाते रहे हैं,इस अवसर पर जन मानव उत्थान समिति की जिलाध्यक्ष हेमलता सिसोदिया ने ऑनलाइन पोस्टर प्रतियोगिता पोस्टर प्रतियोगिता के द्वारा प्रकृति संरक्षण के रूप में इस दिवस को मनाया । जिला अध्यक्ष हेमलता सिसोदिया का मानना है कि प्रकृति हमारी सबसे बड़ी संरक्षक है और मनुष्य ने अपने स्वार्थ के लिए इसका दोहन करते हुए इस को नष्ट कर दिया है । आज रॉकटाउन के बीच में हम देखते हैं कि आजकल प्रकृति के कितने भी साधन हैं वह स्वयं ही स्वच्छ दिखाई दे रहे हैं चाहे वह जल हो या वायु। यह मनुष्य ही है जो अपने दोहन के लिए इन प्राकृतिक संसाधनों को खराब करता जा रहा है । विश्व धरोहर दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य भी यह है कि पूरे विश्व में मानव सभ्यता से जुड़े ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों के संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने का संकल्प लिया जाता है ।संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनेस्को की पहल पर एक अंतर्राष्ट्रीय संधि के अनुसार विश्व के सांस्कृतिक प्राकृतिक धरोहर के संरक्षण में सन 1972 में लागू की गई प्रारंभ में मुख्यत: तीन श्रेणियों में धरोहर स्थलों को शामिल किया गया । पहली वह धरोहर स्थल जो प्राकृतिक रूप से संबद्ध हो अर्थात प्राकृतिक धरोहर स्थल दूसरे सांस्कृतिक धरोहर स्थल और तीसरा मिश्रित धरोहर माना गया । इस अवसर पर सैंट हुड कान्वेंट स्कूल की प्रधानाचार्या आशा शर्मा एवं एक्टिविटी इंचार्ज हेमलता शिशौदिया ने जन मानव उत्थान समिति की राष्ट्रीय अध्यक्ष हिमांशी शर्मा के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने विश्व धरोहर दिवस को प्रकृति संरक्षण दिवस के रूप में घर में ही रहकर बच्चों से ऑनलाइन पोस्टर बनाकर उन्हें प्रकृति से जोड़ने का संकल्प दिलाया । एक्टिविटी इंचार्ज हेमलता शिशौदिया ने इस अवसर पर बच्चों को प्रकृति सुरक्षा के प्रति जागरूक किया और उसे अपने भारत के लिए सबसे अमूल्य धरोहर बताया ।