फिसड्डी साबित हो रही है जरूरतंदो के लिए नौएडा प्राधिकरण की नि:शुल्क भोजन व्यवस्था
12 अप्रैल 2020(जन जोश,नोएडा)
जहाँ एक तरफ, इस समय देश वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से पूरा भारत लॉकडाउन दौर से गुजर रहा है वहीं दूसरी तरफ विशेषकर मजदूर तबके के लोग भोजन पानी के लिए तरसने लगे हैं स्थिति ऐसी हुई है कि लोगों के पास जो भी जमा राशन पानी था वे भी खत्म हो चुके हैं या तो खत्म होने लगे हैं ऐसे में भोजन पानी के लिए जरूरतमंद वर्ग को भोजन के लाले पड़ने लगे हैं ऐसे में नोएडा क्षेत्र मे जहां नोएडा प्राधिकरण ने कुछ ही दिन पहले एक हेल्पलाइन नंबर 8860032939 नोएडा प्राधिकरण के सीईओ द्वारा जारी किया गया था, जिसमें यह विकल्प था कि जिनके पास क्षमता नहीं हैं उनके लिए भोजन राशन निशुल्क पहुंचाया जाएगा। लेकिन इस समय स्थिति यह है कि लोग फोन तो करते हैं लेकिन समान रूप से प्रतिउत्तर नहीं मिलता या कॉल रिसीव नहीं की जाती है अगर रिसीव हो भी जाती और अधिकारी से भेजने की बात हो भी गई तो सामान्य रूप से भोजन का वितरण नहीं हो पा रहा है या समय अनुसार कभी मिल जाता तो कभी मिलता ही नही, या मिल भी जाता तो पूरे परिवार अनुकूल भोजन का मात्रा नही होता।
मैने जब नोएडा प्राधिकरण के तरफ से भोजन पहुंचाने वाले कर्मचारी विपिन मिश्रा से बात की तो उन्होंने कहा कि मुझे सिर्फ 24 घंटे में एक बार हर दिन शाम को भोजन पहुंचाने की जिम्मेदारी मिली है। ऐसे में देखा यह जाता है की शासन प्रशासन पर निर्भर होकर क्या यह असहाय तबका 24 घंटे में सिर्फ एक बार भोजन करके जीवन यापन कर सकता है क्या।
इस समय उन जरूरतमंदों के लिए काफी मुश्किल की घड़ी है की वह इस समय बाहर निकल कर अपनी कमाई कर कर नहीं सकते और घर में रहते हुए उन्हें प्रशासन के तरफ से भोजन पूर्णतः मिल नही पाता है।
सेक्टर-16 जे जे कालोनी के प्रधान ब्रह्मपाल सिंह ने कहा- आज ही नोएडा सेक्टर-15 स्थित गुलमोहर मार्केट में जब प्राधिकरण के लोग भोजन वितरण करने आये तो खाना लेने के लिए कतार में खड़े लोगों में सिर्फ कुछ ही लोगों को खाने पैकेट दिये, और बाकि लोगों को मना कर दिया गया, यहाँ तक जिन्होंने पुर्व में ही हेल्पलाइन पर फोन किया था अपना अपना नाम भोजन के लिए लिखवा रखा था, उन्हें भी प्राधिकरण के लोगों द्वारा भोजन नहीं दिया गया, चूकिं कतार में खड़े हुए लोगों को आशा थी कि उन्हें खाना जरूर मिलेगा लेकिन खाना वितरण करने वाले लोग बिना खाना दिये ही भाग खड़े हुए। गरीबों को खाना देने के नाम पर उपहास किया जा रहा है लोग भूखे हैं लेकिन खाना देने की जिम्मेदारी लेने वाले नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का रवैया ठीक नहीं है नोएडा प्राधिकरण के द्वारा भूखे को भोजन राशन देने लिए जारी किये गये हेल्प लाईन नम्बर पर कॉल करने वाले लोगों को भी खाना नहीं मिल पा रहा है लोग परेशान हैं लाॅकडाउन होने के दौरान लोगों को पेट भरने के लिए सरकार के अश्वासन के बावजूद असहाय महसूस करना पड़ रहा है।
आगे प्रधान जी ने कहा- वही दूसरी तरफ जो कुछ भी लोग कभी खाना वितरण करने आ भी जाते हैं तो वगैर नियम-व्यवस्था के वितरण के दौरान जरूरत मंदो की भीड़ इतनी हो जाती है कि सोशल डिस्टेंसिंग शब्द मजाक बनकर रह जाता है सरकार के लॉकडाउन नियम की धज्जियां उड़ा देते हैं ये वितरण करने वाले अधिकारी लोग।
ऐसे में शासन व प्राधिकरण को चाहिए कि जरूरतंदो को चिन्हित कर सूची तैयार कर स्थानीय लोगों की मदद से सिर्फ जरूरतंदो के घर तक भोजन पहुंचाया जाये। ताकि एक जगह भीड़ जमा ना हो।