*परौसा पावर हाउस में विधुत व्यवस्था विधुत विभाग की दम पर नही बल्कि जे.ई साहब की मर्जी से चलती है*
*परौसा में बना पावर हाउस चल रहा भरोसे,नही रहता कोई कर्मचारी*
*हरचंदपुर फीडर के अंतर्गत गांवों में दिन भर विधुत व्यवस्था रहती धड़ाम*
*चंद बकायेदार विधुत उपभोगताओं की सजा भुगत रहा पूरा गांव*
*अपने कंठ से गीता के उत्सर्गो की तरह धाराप्रवाह बोलने वाले विधुत विभाग के जे.ई गुलाब सिंह पाल है जिन्होंने विधुत संबंधित समस्या को लेकर अपनी अथा कर्तव्यनिष्ठता का परिचय दिया है।यकीन मानिए जे.ई साहब अगर आप जनपद जालौन में जे.ई बनकर अवतरित न होते तो आपको संत समझ लिया जाता,महात्मा समझ कर आपकी वंदना की जाती जो गीता का सार संसार को सुनाया है।हरचंदपुर गांव में विधुत व्यवस्था से पीड़ित लोगों के दर्द पर इतना लंबा श्लोक किसी एहसान से कम नही है।विधुत बिल बकायेदारों की गिरेबान पर हाँथ डालने की हिम्मत हो या न हो लेकिन पूरे गांव को विधुत न देने का माद्दा रखते है,विधुत बिल बकायेदारों की जमात पर लगाम लगाने की हिम्मत हो या न हो लेकिन बडी-बडी बातें फेकने का माद्दा रखते हैं,गगन में बैठे देवी देवता आपको नमन प्रस्तुत करेंगे कि रामराज्य की सरकार में सुग्रीव की भूमिका आपने बखूबी निभाई है फिलहाल जिन बिल बकायेदारों पर कानूनी कार्यवाही करके रोका जा सकता था उसपर कार्यवाही करने से डर लगता है जिसका अवसान विधुत न मिलने पर ग्रामीणों को हुआ है और जिन बकायेदारों के नाम आपको पता है वो आपके लिए किसी उपलब्धि से कम नही हैं खैर परौसा में बना पावर हाउस भगवान भरोसे चल रहा है क्योंकि जब बिजली देनी होती है तो कर्मचारी खोलने के लिए अपने घर से जाते हैं।*
*वैसे तो हम सभी जानते ही है कि सरकारी कर्मचारी कितना काम करता है लेकिन जनपद जालौन में तैनात विधुत विभाग के जे.ई साहब काम कितना करते है,कैसे करते हैं और कैसा बर्ताव करते है उपभोगताओं से।साहब जनपद जालौन में तैनात जे.ई हैं गुलाब सिंह पाल,लोगों की समस्या सुनने के लिए बैठे है तो सज गया साहब का सिंहासन काम मे तल्लीनता ऐसी कि न नजरें उठ पा रही हैं और न ही जुबान से शब्द निकल पा रहे है बस हाथ मे लिया फोन और चलाने लगे जुबान।जेई गुलाब सिंह पाल के इस अद्भुत करिश्मे को देखकर नासा वाले वैज्ञानिकों ने भी मत्था पकड़ लिया होगा कि हजारों डॉलर कुर्बान कर दिए,सैकड़ो शोधकर्ता लगा दिए लेकिन कई किलोमीटर तक की मारक क्षमता वाले जे.ई साहब आराम फरमाते नजर आ रहे है खैर परौसा पॉवर हाउस के अंतर्गत हरचंदपुर फीडर की जनता धन्य हो गयी साहब आप जैसी मिसाइल को पाकर।साहब नौकरी का आनंद ले रहे थे कि मौज में खलल डालने के लिए फोन करने लगे ग्रामीण कि साहब दिन में सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक व कभी-कभी रात में नही आती फिलहाल ग्रामीणों को दिखता नही है कि साहब कितने व्यस्त हैं तुम लोगों को बिजली की पड़ी है वो मौज काटने में व्यस्त थे कि फोन पर बिजली का रोना रोने लगीं तो ग्रामीणों से कहने लगे कि जितना बिल दोगे उतनी ही मिलेगी बिजली फिलहाल ये बताएं जे.ई साहब कि कुछ बकायेदारों की बजह से पूरे गांव को सजा देने का अधिकार तुमको किसने दिया खैर आप तो गलती से विधुत विभाग के जे.ई बन गए साहेब आपको तो कॉल सेंटर में कस्टमर केयर होना चाहिए था फिलहाल ग्रामीणों को उनके एक-एक शब्द से उनके संस्कारी होने का प्रमाण मिल गया,पता चल गया कि बड़ी कुर्सी पर बैठकर बड़ी सेलरी पाने वाले जे.ई साहब की जुबान कितनी छोटी और दिल कितना छोटा लेकिन जे.ई गुलाब सिंह पाल शायद ये भी भूल गए कि जिस सरकारी पगार की दम पर मौज काट रहे है उसके एवज में जनता की सेवा भी करनी होती है।*
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*रिपोर्ट-शिवम गुप्ता*
*अंकित गुप्ता*
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