<no title>दीप प्रज्वलन भारतीय संस्कृति का परिचायक है "  प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति में भारतीय लोग

" दीप प्रज्वलन भारतीय संस्कृति का परिचायक है " 
प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति में भारतीय लोग सुबह-शाम पूजा से पहले दीपक जलाते आ रहें हैं और आज भी यहीं परंपरा चल रही है । दीपक हमें अंधेरे से उजाले में आने की प्रेरणा देता रहा है ।जिस प्रकार शिक्षा उदासीनता को दूर करती है उसी तरह दीपक का प्रकाश अंधकार को दूर करता है । शिक्षा अंदरूनी शक्ति है जिससे बाहरी दुनिया की सभी उपलब्धियों को पाया जाता है । दीपक जलाकर उसके सामने नतमस्तक होते है तो वह शिक्षा का उच्चतम स्तर होता है जैसे -जैसे तेल या घी का दीपक हमारे सामने जलता है हमारी नकारात्मक सोच समाप्त हो जाती है और जिंदगी का वास्तविक स्वरूप हमारे सामने उद्घाटित होता है । भारतीय संस्कृति तमसो मां ज्योतिर्गमय वाली संस्कृति है । प्रकाश का अर्थ ही ज्ञान है और जब हम दीपक जलाते हैं तो इसका अर्थ है हमारा मस्तिष्क ज्ञान से भरा हुआ है । अतः दीपक जलाकर अपनी एकजुटता एवं ज्ञानवान होने का परिचय प्रदान करें ।
 हेमलता शिशौदिया
(शिक्षिका एवं समाज सेविका )