सोकर ड्यूटी पूरी करते हैं दीवान जी तभी तो लूट का सिलसिला जारी है।
कस्बा बिंदकी की पुलिस यूँ तो सुरक्षा का रात दिन बेहतर इंतजाम करती है फिर भी आये दिन सराफा बाजार में चोरी व लूट की वारदातें होती रहती हैं क्यों न हों जब सुरक्षा के कर्मी दिन में भी सोते हैं तो रात को क्या करते होंगे ये तो पुलिस महकमा ही जानें क्योंकि हर समय सुरक्षाकर्मी या तो सोते मिलेंगे या तो फिर उगाही करते मिलेंगे आखिर काम कुछ ऐसा ही है तभी तो चोरी व लूट की वारदातें बन्द नहीं हो रहीं हैं यदि पुलिस महकमा ऐसे सुरक्षा कर्मियों को सुरक्षा में लगाकर लूट व चोरी की वारदातों के लिए गम्भीर है तो बेबुनियाद समझा जाये फिर भी यदि प्रशासन विभाग में ऐसे सुरक्षा कर्मियों की नियुक्ति करती है तो महज दिखावा है सुरक्षा के बदतर इंतेजाम के लिए सुरक्षा कर्मियों को अपनी ड्यूटी का निर्वाहन आँख खोलकर के करना चाहिए न कि आँख बंद करके।
नजारा कस्बा बिंदकी के सराफा बाजार में तैनात दीवान जी को अवलोकन करने से सिद्ध होता है कि सुरक्षा की व्यवस्था क्या और कैसी है