<no title>*उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश व ओलावृष्टि से फसलें तबाह; 19 मार्च से फिर हो सकती है बारिश

 


*उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश व ओलावृष्टि से फसलें तबाह; 19 मार्च से फिर हो सकती है बारिश*
March 16, 2020,Skymet Weather Team
उत्तर प्रदेश में पूरब से लेकर मध्य भागों तक इस बार काफी व्यापक बारिश हो रही है। मार्च के पहले पखवाड़े में राज्य के कई इलाके ऐसे रहे जहां बारिश का नया रिकॉर्ड बना है। फिलहाल पिछले 24 घंटों में बारिश में भारी कमी आई है। हालांकि शाहजहाँपुर, गोरखपुर और बरेली सहित कुछ जिलों में हल्की वर्षा देखने को मिली है।


15 मार्च की सुबह 8:30 बजे से 16 मार्च की सुबह 8:30 बजे के बीच 24 घंटों के दौरान राज्य में सबसे अधिक बारिश शाहजहाँपुर में हुई। यहाँ 13 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। बरेली में भी एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई। अलीगढ़ में छिटपुट बूँदाबाँदी देखने को मिली।


लेकिन बड़ी राहत की खबर यह है कि उत्तर प्रदेश को अगले कुछ दिनों के लिए बारिश से राहत मिलने वाली है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो उत्तर प्रदेश में कम से 20-21 मार्च तक मौसम शुष्क रहेगा। बारिश नहीं होगी। फसलों को सुधारने का मौका मिलेगा।


*उत्तर प्रदेश में बना बारिश का नया रिकॉर्ड*


उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी दोनों हिस्सों में सामान्य से व्यापक रूप में अधिक वर्षा दर्ज की गई है। 1 से 15 मार्च के बीच पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य से 808% अधिक 35.4 मिलीमीटर वर्षा हुई है। इसी तरह पश्चिमी हिस्सों में सामान्य से 741% अधिक 45.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। इन भागों में क्रमशः 3.9 मिमी और 5.4 मिमी बारिश इस दौरान होती है।


आंकड़ों के आधार पर यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि राज्य में कई जिलों में फसल चौपट हो गई है। खासतौर पर गेहूं, चने और सरसों के अलावा दलहानी फसलों का सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ है। फसलें सिर्फ बारिश के चलते नष्ट नहीं हुई हैं। फसलों के लिए बारिश से अधिक खतरनाक रही है ओलावृष्टि और बारिश के साथ चलने वाले तेज़ हवाएँ। फसलों का नुकसान कितना हुआ है इसका आंकलन आना अभी बाकी है।


स्काइमेट के कृषि विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर प्रदेश में ज़्यादातर फसलें परिपक्व होने की अवस्था में हैं। ऐसे में यह बारिश ना सिर्फ उत्पादकता को प्रभावित करेगी बल्कि इससे अनाजों की गुणवत्ता में खराब होगी। उत्तर प्रदेश में बारिश बंद हो गई है। लोगों को, विशेषकर किसानों को मौसम साफ होने के बाद बड़ी राहत मिली है।


*फिर लौटेगी उत्तर प्रदेश में बारिश*


हालांकि राज्य की कृषि पर से संकट अभी भी ख़त्म नहीं हुआ है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि उत्तर भारत में 19 मार्च के आसपास एक नया पश्चिमी विक्षोभ आएगा जिससे 19 और 20 मार्च को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की वर्षा हो सकती है। जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में 21 मार्च को बारिश होने की संभावना है। लेकिन आगामी बारिश पिछले दिनों जितनी भारी नहीं होगी।