<no title>*प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना को लेकर डूडा विभाग के जेई व सर्वेयर कर रहे खूली लूट*

 


*प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना को लेकर डूडा विभाग के जेई व सर्वेयर कर रहे खूली लूट*


*सरकार की योजना को पलीता लगाने में जुटे डूडा विभाग के कर्मचारी व अधिकारी*


*कार्यवाही के नाम पर अधिकारियों द्वारा कर दिया जाता है कर्मचारियों का ट्रांसफर*


*बिखरे बाल और अजब चाल जिसे देखकर हर कोई पहचान सकता है कि ये प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी डूडा विभाग के कर्मचारी है जिन्हें इनके बड़े वाले साहब पहचान नही पाए,राकेट साइंस की तकनीक की जरूरत पड़ती है इनको क्योकि जब गरीब लाभार्थी रामप्रकाश प्रजापति जेई रजनीश पटेल व डूडा विभाग के सर्वेयर अब्दुल रहमान बाकी के पास पहुंचे तो बता दिया कि मुफ्त में प्रधानमंत्री आवास योजना मिलना सिर्फ वादा है जो सरकार करती है और जो सरकार करती है या कहती है वो वादे हवा-हवाई होते हैं,इतना तो समझ लेना चाहिए था तो रकम देने का फरमान सुना दिया कि प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का लाभ मिलेगा बाद में पहले हरे-गुलाबी नोटों की पट्टीयां पेश करो मतलब दीवारों पर लिखी बातों पर मत दो ध्यान यहां करो नोटों का दान,निकालो रकम उसके बाद मिलेगा डूडा विभाग के ओर से लाभ,समझे तो गरीब लाभार्थियों से ही रकम ऐंठ ली।*


*दरअसल हुआ यूं कि कालपी में नगरपालिका के तैनात डूडा विभाग के जेई रजनीश पटेल व सर्वेयर अब्दुल रहमान बाकी प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत लाभार्थियों के घर-घर जा कर सर्वे कर रहे है,सर्वे क्या साहब गरीबो से तीस से पैतीस हजार रुपये तक रिश्वत मांग रहे है जो कि कालपी नगर के मोहल्ला रावगंज के लाभार्थी रामप्रकाश प्रजापति ने कैमरे के सामने बताया है कि दस हजार रुपये दे चुके है जो कि डूडा विभाग के सर्वेयर अब्दुल रहमान बाकी ने भी कैमरे के सामने दस हजार रुपये लेने की बात कबूल की फिलहाल जिले में तैनात डूडा विभाग के बड़े वाले अधिकारी को जब ये खबर लगी तो जांच का राग अलापने लगे।क्या बात करते है जिले में बैठे डूडा विभाग के बड़े वाले साहब आपके लाडले सलाहकार परिषद के सदस्य थोड़े ही है कि सलाह दे दें कि डूडा विभाग के बड़े वाले साहब के पास जाओ मुफ्त मिल सकता है प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का लाभ,लपक के झपट ली रकम सरकारी खजाने का सवाल था तो प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के एवज में सुना दिया फरमान।जिले के सफेदी के सेनापति पहुंचे कि हमको तो पता ही नही चला,कब आया ये गरीब लाभार्थी,कब मांग ली रकम मेरे पास आता तो कसम से कोई दिक्कत नही होने देता आखिरकार मुझसे बड़ा समाजसेवी पूरे ब्रह्मांड में कोई है ही नही।सही कहा आपने गरीब लाभार्थी सबसे पहले जिले में बना डूडा विभाग के ऑफिस पहुंचता,उसके बाद आपकी आगंतुक डेस्क पर जाकर बताता कि मैं एक गरीब लाभार्थी हूँ मुझे प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का लाभ चाहिए,सारी व्यथा बताता,है ना वाह रे डूडा विभाग के सेनापति वाकई गजब का शोध किया है मतलब कि सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए वैसे ये बताओ साहब गेल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है क्या।खैर हजारों की रोजाना की कमाई है फिलहाल इसी से अंदाजा लगा लो कितनी कमाई हर महीने कर रहे होंगे लेकिन उसके बाद भी किसी को शर्म ही नही है,कार्यवाही के नाम पर जांच करेंगे,जांच के नाम पर तारीखें बदलेंगी और फिर सब भूल जाएंगे फिलहाल गरीब लाभार्थियों रामप्रकाश प्रजापति की किस्मत अच्छी थी जो समय पर आवाज उठा


            
                 गुप्ता्