*मानवता के भगवान " द डॉक्टर "*
जैसे-जैसे पृथ्वी पर मानव जाति का विस्तार होता रहा उसी तरह तेजी से विज्ञान व चिकित्सा के क्षेत्र में अभूतपूर्व खोजें व आविष्कार कर डॉक्टरों ने मानव के जीवन को सुरक्षित व स्वस्थ बनाने का काम लगातार किया। दूसरी तरफ मानव ने अपनी आस्था को प्रकट करते हुए मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों, चर्चो व अन्य धार्मिक स्थलों पर बेइंतहा पैसा दिया जिससे पूरे विश्व मे इन धार्मिक स्थानों की बाढ़ सी आ गई। हर गली मोहल्ले में अनेको धार्मिक स्थलों के निर्माण पर खरबो, अरबो, करोड़ो पैसे पानी की तरह लगाया गया। आप सभी को मालूम होगा कि अनगिनत बेहिसाब संपत्ति इन धार्मिक स्थलों में पड़ी है। आज के बेहद मुश्किल समय मे सभी धार्मिक स्थलों में ताले लगे है व मानव की सुरक्षा व तरक्की के लिए कोई काम के नहीं है। वर्तमान कठिन समय में अनेकों डॉक्टरों ने अपने जीवन व परिवारों को दाव पर लगाकर एक बार फिर साबित किया है की वही मानवता के सच्चे भगवान हैं। और हमे सोचना पड़ रहा हैं कि धार्मिक स्थलों पर दिया गया अकूत धन यदि डॉक्टरों के लिए बेहतर अस्पताल और बेहतर चिकित्सा मुहैया कराते तो आज कोरोना जैसी महामारी आने से जो लॉक डाउन की स्थिति है वैसी कभी भी नहीं आती। इसलिये मैं सभी आम व खास लोगो से मार्मिक अपील करता हूँ कि भविष्य में आप ज्यादा से ज्यादा धन केवल और केवल मानव जाति के कल्याण के लिये बेहतर चिकित्सा व अस्पताल पर दे। यही आज की स्थिति को देखते हुये नैतिकता है।
आपका अपना
सरदार इंद्रजीत सिंह
पौत्र पूर्व राष्ट्रपति सरदार ज्ञानी जैल जी, 9023060007