*M D के०बालाजी चले फील्ड मे और फील्ड वाले
वाराणसी 27 मार्च कोरोना जैसी महामारी मे प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी मे 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को संचालित कराने जैसी चुनौती पर काम करने के लिये पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के MD के०बालाजी ने कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिये अपने मातहतो को समय के पूर्व प्रति कार्यालय 50 हजार रुपये की धनराशी तक खर्च करने का आदेश दे दिया कि पूर्वांचल के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों को बगैर किसी व्यवधान के विद्युत आपूर्ति चलती रहे और विद्युत उपभोक्ताओं को बिजली का बिल जमा करने से ले कर किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और वितरण के सभी कार्यालय जरूरी मे जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियो की उपस्थिति बिजली घरो के संचालन की व्यवस्था कैसा कलेक्शन, कॉलसेंटर जैसी सुविधाएं हर हाल मे संचालित होती रहे पर आज जब प्रबंधनिदेशक ने वाराणसी के बिजली घरो एवं कार्यालयो का दौरा किया तो नजारा कुछ अलग दिखा लगभग ज्यादातर बिजली घरो पर मात्र संविदा कर्मचारी लाईन एवं संचालन की व्यवस्था मे मिले अधिकारी नदारद रहे शहर की दो सर्किल कार्यालय पर ताले लटकते रहे मात्र दो वितरण खण्डो को छोड़ महानगर और ग्रामीण क्षेत्र के सभी कार्यालय उपभोक्ताओं के बिल जमा करने के कैश काउंटर पूरी तरह बन्द देखने को मिले यानी प्रदेश सरकार द्वारा आवश्यक सेवा मे महत्वपूर्ण कहे जाने वाले बिजली विभाग मे इतनी बड़ी तैयारी के बावजूद सभी अधिकारी कर्मचारी कोरोना मे संविदाकर्मियों के सर विद्युत आपूर्ति की कमान सौप कर सरकार के लाक डाउन के आदेश का पालन करते पाये गये वैसे डिस्कॉम मुख्यालय मे प्रति दिन MD एवं डायरेक्टर कार्यालय मे मौजूद रहते हैं और आज तो स्वयं काशी की जनता के फिक्र मे MD बालाजी मैदान मे दिखे पर मातहत अपनी म्यान मे रहने की सूचना है फिलहाल वो पचास हज़ार रुपये जो कि स्टैलराईजेशन को कम पड गये तभी तो प्रबंध निदेशक साहब की सारी फौज भाग गयी और रह गये बेचारे संविदाकर्मी पता नही इनको सैनेटाजर और मास्क मिले या फिर वो भी कम पड गये ऐसा लग रहा है कि कोरोना के खिलाफ मोर्चा सिर्फ़ प्रबंध निदेशक और निदेशक मंडल के साथ सविदाकर्मीयो ने ही ले रखा बाकी कि फैज प्रधानमंत्री के लाकडाउन के आदेशों का पालन कर रही हैं । खैर
*युद्ध अभी शेष है*