<no title>। इस महामारी से लड़ने के लिए हमें  अस्पताल, दवाइयां, वेंटिलेटर और पैसों की सख्त जरूरत

----------------सुझाव-----------
करोना महामारी एक अंतरराष्ट्रीय आपदा।आज पूरा विश्व इस महामारी से जूझ रहा है। भारत भी  इसमें से एक है। इस महामारी से लड़ने के लिए हमें  अस्पताल, दवाइयां, वेंटिलेटर और पैसों की सख्त जरूरत है। देश आर्थिक मंदी से जूझ रहा है। आरबीआई से पैसे पहले ही लिए जा चुके हैं। और अब जनता से अपील की जा रही है कि  प्रधानमंत्री राहत कोष, मुख्यमंत्री राहत कोष, और जिलाधिकारी महोदय ने तो बैंक का नाम अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड भी जारी कर दिया है। देश को इस आर्थिक संकट से निकालने के लिए तरह तरह के उपाय किए जा रहे हैं इस सब की क्षतिपूर्ति के लिए जनता पर आगे चलकर और नये  कर (tax)लगाए जाएंगे । एक उपाय यह भी हो सकता है कि हमारे देश में हजारों वर्षों से धार्मिक स्थलों( मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा चर्च आदि) को जनता द्वारा सोना चांदी हीरे जवाहरात नगदी दान में दी जा रही है। जनता के इस पैसा का जोकि अरबों खरबों में है। कुछ संस्थाएं और ट्रस्ट ही अपनी मनमर्जी से उसका उपयोग कर रहे हैं जबकि यह धन जनता  द्वारा दान में दिया गया है। और आज जनता को  इसकी सख्त जरूरत है तो क्यों ना यह धार्मिक संस्थाएं इस धन को स्वेच्छा से सरकार को दें और  अगर ना दे तो सरकार अध्यादेश लाकर या कानून बनाकर इस धन को हासिल करें और देश को इस करोना महामारी से बचाएं  जनता के धन का  इस महामारी में भी  उपयोग नहीं होगा तो कब होगा। और जैसे ही यह महामारी खत्म होगी लोग धार्मिक स्थल जाएंगे अपने अपने इष्ट देव को धन्यवाद देंगे और फिर से दान देना शुरू कर देंगे और धार्मिक स्थलों पर फिर से धन इकट्ठा होना शुरू हो जाएगा। अगर किसी को यह सुझाव बुरा लगे क्षमा चाहूंगा।
🙏🙏