*इन बेसहारा गरीब मजदूरों की भी हो सहायता*
*मजदूरों के घरों में वापस आ सके खुशी*
जनपद सुल्तानपुर के हज़ारों मजदूर अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए देहरादून, दिल्ली,गाजियाबाद, सहारनपुर जैसे बड़े शहरों को दो वक्त की रोटी कमाने के लिए गए थे लेकिन अचानक इस लॉक डाउन की उन बेसहारा मजदूरों पर ऐसी मार पड़ी कि लोग अपने घर वापस आने को तरस रहे हैं लेकिन कोई साधन न होने के कारण वहीं पर भूखे प्यासे भटक रहे हैं।क्या किसी ने सोचा है कि उन सभी परिवारों का क्या हाल होगा जिनके घरों के वो एकमात्र सहारा थे उनके छोटे छोटे बच्चे अपने पिता से मिलने के लिए व्याकुल हैं।केंद्र व राज्य सरकार से अपील है कि इन बेसहारा मजदूरों को अपने बच्चों की खुशी के लिए पुनः इनको अपने घरों तक पहुंचाने के लिए कोई उचित प्रबंध किया जाए।जिससे सभी के घरों में खुशी वापस आ सके।