गरीबो के घर मे न आटा है, न दाल,सरकार तत्काल करे मदद :नारसन
रुड़की-प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता श्रीगोपाल नारसन ने कहा कि इक्कीस दिन के लॉक डाउन के चलते दैनिक मजदूरों के घर आर्थिक तंगी के चलते चूल्हे नही जल रहे है।उनके घरों में न आटा है और न दाल, ऐसे में यदि सरकार द्वारा उन्हें तत्काल राशन उपलब्ध नही कराया गया तो वे कोरोना प्रकोप से पहले भूख से ही मर जायेंगे।कांग्रेस प्रवक्ता श्रीगोपाल नारसन ने केंद्र सरकार द्वारा गरीबो को तीन माह तक प्रतिमाह पांच सौ रूपये की आर्थिक मदद की घोषणा को गरीबो के साथ मजाक बताया।उन्होंने कहा कि महंगाई के इस दौर में जब घर चलाने के लिए कम से कम पांच सौ रुपये प्रतिदिन की जरूरत हो ,वहां प्रति माह पांच सौ रुपये मिलने पर गरीब कैसे जीवित रह पाएगा।वही उन्होंने किसानों को भी दो हजार रूपये माहवार दिए जाने को नाकाफी बताया और मजदूरों को कम से कम पांच हजार रुपये व किसानों को दस हजार रुपये की आर्थिक सहायता तीन माह तक देने की मांग की।कांग्रेस प्रवक्ता ने लॉक डाउन अवधि में काम के बजाय घर बैठने को मजबूर वकीलों,व्यापारियों, प्राइवेट नोकरी पेशा लोगो को भी आर्थिक मदद तत्काल उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।
<no title>गरीबो के घर मे न आटा है, न दाल,सरकार तत्काल करे मदद :नारसन
• Ashu Gupta