*बीजेपी ने विधायकों की हार्स ट्रेडिंग करने के लिए तीन चार्टर प्लेन का इंतजाम किया था – सिब्बल*
जस्टिस चंद्रचूड ने हल्के अंदाज में कहा
चार्टर प्लेन कोई नई बात नही है, आजकल तो ये ट्रेंड चल रहा है – जस्टिस चंद्रचूड
क्या आपको नहीं लगता कि फ्लोर पर बहुमत साबित होना चाहिए – जस्टिस चंद्रचूड
चार्टर प्लेन दिल्ली एयरपोर्ट से उड़े जो हाई सिक्यूरिटी वाला एरिया है और वो केंद्र सरकार के नियंत्रण में है, और उन्होंने ही उसे उड़ने की अनुमति दी....कोई उन विधायको से नहीं मिल सकता क्या ये स्वतंत्र व्यक्ति की परिभाषा है – सिब्बल
मुकुल रोहतगी ने सिब्बल की दलीलों के दौरान कहा सुबह से सिब्बल जी दलील दे रहे ङै इस वक्त तीन बज रहे हैं हमें भी मौका दिया जाए
सिब्बल ने रामदास अठावले और केंद्र सरकार के एक केस का हवाला देते हुए कहा कि जब सत्र नहीं चल रहा हो तब राज्यपाल के पास अधिकार होता है, कानून स्पष्ट है कि जब सत्र चल रहा हो राज्यपाल ऐसा नहीं कर सकते
ये किस तरह की राजनीति है कि हम कांग्रेस विधायकों से मिल नहीं सकते , बात नहीं कर सकते – सिब्बल
हम कैसे जो बागी विधायक हैं उनको बाध्य करने के लिए आपसे मुलाकात करने के लिए – जस्टिस चंद्रचूड
आपको बात नहीं करना है लेकिन आपको यह इंश्योर करना होगा कि हम जहां जाना चाहते हैं वहां स्वच्छंदता से जा सकते हैं – सिब्बल
राज्य सरकार की तरफ से विवेक तन्खा ने पक्ष रखना शुरु किया
राज्यपाल ये विचार कैसे बना सकते हैं कि सरकार के पास बहुमत नहीं है , जबकि विधायकों के इस्तीफे स्वीकार नहीं किए गए हैं, राज्यपाल को राजनैतिक झमेले मे नहीं पड़ना चाहिए – तन्खा
तन्खा जी सिंघवी जी और सिब्बल जी ये बता चुके हैं कुछ नया हो तो बताइये – जस्टिस
*BJP की और से मुकुल रोहतगी ने अपनी बात रखना शुरु किया*
इस केस को समझने के लिए बोम्मई वाला मामला सबसे बड़ा उदाहरण है, कर्नाटक में भी विधानसभा चल रही थी – रोहतगी
क्या गवर्नर विधानसभा का एजेंडा तय कर सकते हैं – जस्टिस चंद्रचूड
सच्चाई ये है कि वो भी इस्तीफा देना चाहते हैं,वो फ्लोर पर नहीं आना चाहते हैं-रोहतगी
आप दो सप्ताह का वक्त क्यों मांग रहे हैं – रोहतगी
ये क्यों हो रहा है चार्टेड प्लेन के कारण, मिस्टर सिब्बल के पास कोई कारण नहीं है, वे खुद अपने विधायकों को लेकर राजस्थान गए थे – रोहतगी
क्या यह कह सकते हैं कि राज्यपाल ने जो एक संभावित निष्कर्ष दिया,वो गलत है – रोहतगी
वो दस दिनों की और मांग कर रहे हैं,वो इस्तीफे को लंबा खींचना चाहते हैं जो कि गलत है – रोहतगी
आपको अभी भी पांच की जरुरत है, अभी आप 107 है, मान लीजिए यदि ये 15 लोगों के इस्तीफे स्वीकार नहीं किए जाएंगे वो डिसक्वालिफाई हो सकते हैं- जस्टिस चंद्रचूड