*पढ़ने व खेलने की उम्र में सड़कों पर खेल तमाशा दिखा रहे मासूम*
----------------------------------------
*रोजी रोटी के लिए जिन्दगी दांव लगाने को मजबूर नन्हे-मुन्हें बच्चे*
----------------------------------------
*विशाल रजक तेन्दूखेड़ा!* एक और जहां प्रदेश सहित संपूर्ण देश में सर्व शिक्षा अभियान के तहत हर बच्चे को शिक्षा संवैधानिक अधिकार के तहत शिक्षित और सशक्त बनाने का अभियान चलाया जा रहा है जिसमें प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा दिलाएं जाने के प्रयासों में खर्च किया जाता है परंतु इसकी जमीनी हकीकत पर निगाह डाली जाए तो इन योजनाओं और जिम्मेदारों पर कई सवाल खड़े होते हैं आज भी नन्हे मुन्ने मासूम बच्चे हजारों की संख्या में शिक्षा से वंचित देखे जा रहे हैं और तो और कई ऐसे बच्चे भी देखे जा रहे हैं जो भीख मांग कर अपना और अपने परिवार का गुजारा करते हैं तो कुछ बच्चे कूड़े से कबाड़ बीन कर अपने परिवार की मदद करते है परंतु वर्तमान में एक और भी खतरनाक नजारा था को मिल रहा है जिसे देखकर लोग दांतों तले उंगलियां दबा कर इनकी तारीफ भी करते हैं पर इनकी शिक्षा के बारे में भी कुछ लोग सोच कर हैरान रह जाते हैं तेन्दूखेड़ा नगर में वर्तमान में कुछ ऐसे बच्चों को देखा जा रहा है जो चंद पैसों के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को तमाशा दिखाने का कार्य कर रहे हैं ऊंचाई पर बंधी रस्सी पर चलकर और पैर में लकड़ी बांध कर चलकर करतब दिखा रहे हैं जिसमें जरा सी चूक से जान भी जा सकती है परंतु इस करतब से इन्हें दो वक्त की रोटी तो नसीब हो जाती है परंतु यह बच्चे शिक्षा से पूरी तरह से वंचित हो रहे हैं इसी प्रकार कुछ बच्चे हाथ की सफाई के कला का प्रदर्शन कर नगर में घूम रहे हैं यह बच्चे परिवार के साथ देशभर में घूम घूम कर खेल तमाशा दिखाकर दो वक्त की रोटी कमाते हैं इस प्रकार हजारों की संख्या में शिक्षा से वंचित हो रहे हैं
<no title>