प्रकाश जावड़ेकर ने आप सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि लोगों ने दिल्ली में झूठ की सरकार देखी है। हर मुकाम पर झूठ बोला। पिछली बार लोगों को लगा कि कोई क्रांतिकारी आया है, देश की राजनीति में बदलाव करने आया है। साफ सुथरी सरकार देंगे, ये सब भ्रम टूट गए हैं। उनके आधे सदस्य जमानत पर हैं। विकास के नाम पर जीरो हैं।
जावड़ेकर ने कहा, ये साढ़े चार साल तक कहते रहे कि मोदी सरकार ने काम नहीं करने दिया। अब नारा लगा रहे हैं अच्छे बीते पांच साल। काम नहीं करने दिया तो ये कैसे हो गया।विकास का मोदी जी का पैटर्न लोगों को भाया है। उसी तरह दिल्ली में भी सरकार चाहिए। दिल्ली में स्कूलों की बेहतरी के सवाल पर जावड़ेकर ने कहा कि सरकारी स्कूलों में बच्चों के एडमिशन कम हो गए हैं, ये स्कूलों के अच्छा होने का सबूत है क्या। अगर स्कूल अच्छे हैं तो इनके बच्चे सरकार स्कूलों में पढ़ने क्यों जा रहे हैं।
हम विकास के मुद्दे के साथ साथ इस लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं कि दिल्ली को एक अच्छी सरकार मिले। अनधिकृत कॉलोनिया को नियमित करने का काम शुरू हो गया है। करीब दो लाख लोगों ने अप्लाई किया है। भाजपा के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अमर उजाला संवाददाता आशीष तिवारी से बातचीत की। पेश हैं बातचीत के अंश।
सवाल: इस चुनाव में कहां पर पाते हैं आप भाजपा को दिल्ली में?
जवाब: बहुत मजबूत स्थिति में हैं हम। 50 सीटें जीतेंगे और सरकार बनाएंगे।
सवाल: दिल्ली में केजरीवाल सरकार का दावा है कि काम बहुत हुआ। उसका मुकाबला कैसे करेंगे?
जवाब: पांच साल में झूठ ही झूठ दिया दिल्ली को। तीन महीने के लिए बिजली, पानी फ्री करने से दिल्ली की जनता बेवकूफ नहीं बनने वाली। आप के लोग बेल पर बाहर हैं। ऐसी है उनकी पार्टी। देख रहे हैं कैसे शाहीन बाग से देश को जला रही है आप। अलग अलग इलाकों में उनके लोग माहौल खराब कर रहे हैं। युवाओं के दिमाग में जहर बो रहे हैं ये लोग। बताइए, प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को मारने की बात हो रही है।
सवाल: लेकिन शाहीन बाग में तो कांग्रेस के भी नेता पहुंच रहे हैं?
जवाब: कांग्रेस और आप दोनों पार्टियां युवाओं को गुमराह कर रही हैं। कांग्रेस और आप दोनों शाहीनबाग के समर्थन में खड़े हैं। दोनों देश तोडऩे की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। इमरान खान, आप और कांग्रेस की भाषा एक जैसी है।
सवाल: लेकिन दिल्ली के चुनाव में तो आपकी पार्टी के नेता भी पाकिस्तान और आतंकी कैंप जैसी बातें कर रहे हैं?
जवाब: चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा है। नोटिस का जवाब भी दिया गया। लेकिन शाहीनबाग में बैठे लोग जिन्ना वाली आजादी मांग रहे हैं। ये गलत है। यह नहीं चलेगा। हमारी अपनी
पहचान ही देशभक्ति से है। इससे खिलवाड़ नहीं होगा।
सवाल: भाजपा ने केंद्रीय मंत्रियों से लेकर सांसदों और अलग अलग राज्यों के विधायकों समेत मंत्रियों की पूरी फौज उतार दी मैदान में। दिल्ली जीतना तो अब इज्जत का सवाल हो गया है।
जवाब: मंत्री, सांसद, विधायक, ये सब पद बाद में हैं। सबसे पहले हम लोग भाजपा के कार्यकर्ता हैं और कार्यकर्ता होने के नाते मैदान में उतरे हैं। दिल्ली ही नहीं देश के किसी भी
राज्य में जब चुनाव होते हैं। हम लोग ऐसे ही जुट जाते हैं। दिल्ली की जनता ने मन बना लिया है कि इस बार सरकार भाजपा की ही बनानी है।
सवाल: आपको लगता है बगैर सीएम फेस के दिल्ली का चुनाव आसान होगा?
जवाब: मैं आपको कुछ उदाहरण बताता हूं। पंजाब में कांग्रेस सत्ता में नहीं थी। उन्होंने सीएम का चेहरा नहीं बनाया था। जीतने पर कैप्टन अमरिन्दर मुख्यमंत्री बने। 2014 में हमने चेहरा घोषित नहीं किया था। महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में जीते। हमने राजस्थान, मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ में सीएम चेहरा घोषित किया था और वहां हम सत्ता में नहीं लौटे। दरअसल चेहरा घोषित करना और नहीं करना एक रणनीति है। इस बार हमारी रणनीति है कि मोदी जी के नेतृत्व में उनके मार्गदर्शन में गुड गवर्नेंस देंगे।
सवालः भाजपा का घोषणापत्र कब तक लाएंगे?
जवाबः इसी हफ्ते भाजपा का घोषणापत्र आ जाएगा। इस दिल्ली की जनता की भलाई के लिए सब कुछ होगा उसमें।